दरिया के किनारे: नेत्रहीन के साथ Jhajjar के डीसी, श्री श्याम लाल पुनिया
श्री श्याम के भक्त और Jhajjar के डीसी, श्री श्याम लाल पुनिया, ने एक अद्वितीय अनुभव किया – नेत्रहीन और अशय के साथ समय बिताते हुए।
अद्वितीय प्रतिभा का परिचय: उन्होंने न केवल खुद को, बल्कि इस समाज को भी ये सिखाया कि आपकी सीमाएँ केवल आपकी सोच की होती हैं, और प्रतिभा को कोई सीमा नहीं लगा सकता।
खुशियों के साथ साझा किया: उन्होंने दिखाया कि जब हम अपने समाज के सबसे अधिक आवश्यकयाओं को समझते हैं और उन्हें पूरा करते हैं, तो हम सबके बीच एक गहरा बंध बना सकते हैं।
सम्मान और प्यार का प्रतीक: उन्होंने समाज में नेत्रहीनों और अशयों के साथ सहयोग की आदर्श प्राप्त किया, जिससे वे अद्वितीय प्रतिभा की समर्थना करते हैं।
श्री श्याम की आशीर्वाद: इस अद्वितीय अनुभव ने हमें यह सिखाया कि जीवन की हर चुनौती को आपके साथ रहने वालों के साथ साझा करने का एक नया तरीका हो सकता है, और श्री श्याम के आशीर्वाद से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।
श्री श्याम लाल पुनिया जी के इस महान साहसिक अभियान को सलाम!